Saturday 25 March 2017

जन स्वास्थय अभियान

जन स्वास्थय अभियान
वर्ष 2000 में पूरी दुनिया में अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर पहली वैश्विक जन स्वास्थ्य असेंबली (फर्स्ट ग्लोबल पीपल्स हेल्थ असेंबली) की तैयारियां चल रही थीं जिनका समापन दिसम्बर 2000 में ढाका बांग्लादेश में हुआ |
 वहीं पर वैश्विक जन स्वास्थ्य अभियान ;पी एच एम ग्लोबल का गठन हुआ . उसी निरंतरता में भारत में भी उन सभी 18 नेटवर्क ;जो कि पहली वैश्विक जन स्वास्थ्य असेंबली की तैयारियों में शामिल थे, ने मिलकर जन स्वास्थ्य अभियान ;पीपल्स हेल्थ मूवमेंट इंडिया (जेएसए) का गठन किया .
जेएसए वैश्विक जन स्वास्थ्य अभियान ;पी एच एम ग्लोबल का भारतीय क्षेत्रीय सर्कल है  |
 इस समय केवल जन स्वास्थ्य अभियान ही एक ऐसा राष्ट्रीय मंच है जो की पूरे देश में स्वास्थ्य एवं स्वास्थ्य अधिकारों पर गतिविधियां व कार्यवाहियां आयोजित करता है . वर्तमान में जेएसए में करीब 21 राष्ट्रीय नेटवर्क- संगठन व राज्य स्तरीय मंच  ;जो देश के लगभग सभी राज्यों में मौजूद हैं शामिल हैं जेएसए के नेटवर्क में मुख्य तौर पर स्वास्थ्य के क्षेत्र में काम करने वाले एनजीओ, महिला संगठन, ट्रेड यूनियनए जन विज्ञान के संगठन व अनेक सेवा प्रदाता नेटवर्क शामिल हैं.

परिप्रेक्ष्य और उद्देश्य

जन स्वास्थ्य अभियान का मानना है कि चिकित्सा के क्षेत्र में लगातार हो रही तरक्की व बढ़ रही औसत जीवन प्रत्याशा के बावजूद भारत व दुनिया के लोगों के बीच स्वास्थ्य की स्थिति में भी असमानता लगातार बढ़ रही है . स्वास्थ्य सेवाओं पर होने वाले खर्च की वजह से गरीबी बढ़ने के साथ.साथ एच आई वी ( एड्स )जैसी महामारियों सहित संचारित रोगों (Communicable diseases ) का पुनरुत्थान और कमजोर हो रही सार्वजनिक स्वास्थ्य प्रणाली की वजह से पहले से प्राप्त स्वास्थ्य सेवाओं में भी कमी होती जा रही है . एक तबके (पैसे वालेद्) के लिए जहाँ अत्याधुनिक ईलाज व हर तरह की सुविधाएँ सरलता से उपलब्ध हैं वहीं गरीब के लिए स्वाथ्य सुविधाओं तक पहुँच मुश्किल होती जा रही है.  दवाइयों की कीमतें लगातार बढ़ रहीं हैं . सरकारी ढांचों में चिकित्सकों व अन्य सहायक स्टाफ की भारी कमी है . ऐसे में एक देशव्यापी स्वास्थ्य आन्दोलन की जरूरत है . जन स्वास्थ्य अभियान उसी दिशा में काम करता है .

जन स्वास्थ्य अभियान के मुख्य उद्देश्य -
1. जेएसए का उद्देश्य भारतीय लोगों के स्वास्थ्य, विशेष रूप से गरीबों के स्वास्थ्य पर अन्यायपूर्ण वैश्वीकरण की नीतियों के पड़ने वाले प्रतिकूल असर की तरफ लोगों का ध्यान आकर्षित करना है .
2. जेएसए का नारा है   "सबके  लिए स्वास्थ्य अभी" इस अभियान का उद्देश्य स्वास्थ्य और स्वास्थ्य देखभाल के अधिकार को बुनियादी मानव अधिकार के रूप में स्थापित करना है.
3. जेएसए स्वास्थ्य सेवाओं के व्यवसायीकरण का सामना करने के लिए स्वास्थ्य देखभाल के लिए न्यूनतम मानक और तर्कसंगत उपचार के लिए दिशा निर्देश स्थापित करने की जरूरत को रेखांकित करता है .
4. जेएसए महशूस करता है कि स्वास्थ्य सेवाओं का तत्काल विकेंद्रीकरण होना चाहिए . इसके साथ ही स्वास्थ्य सेवाओं के लिए एकीकृत, व्यापक व सहभागिता पर आधारित ढांचों को बढ़ावा दिया जाना चाहिए जिनमें " लोगों का स्वास्थ्य लोगों के हाथों में हो "
5. जेएसएए लोगों के स्वास्थ्य के अधिकारों को बढ़ावा देने में रूचि रखने वाले सभी नेटवर्क व संगठनों का जेएसए में शामिल होने का आह्वान करता है . जेएसए यह भी आह्वान करता है कि लोग संगठित हो व विभिन्न प्रकार की पहलकदमियां करें जिससे कि गरीब व सेवाओं की पहुँच से दूर हाशिये पर पड़े लोगों की बेहतर स्वास्थ्य सेवाओं तक पहुँच बने . स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के दूरगामी व टिकाऊ हल निकलें .

जन स्वास्थ्य अभियान की गतिविधियों के विषयगत क्षेत्र--

जेएसए की तत्काल चिंता और सतत गतिविधियों के महत्वपूर्ण क्षेत्र--

1. सार्वजनिक स्वास्थ्य क्षेत्र को सुदृढ़ बनाना
स्वास्थ्य और स्वास्थ्य देखभाल के अधिकार के लिए नीति के स्तर के हस्तक्षेप करना
प्राथमिक स्वास्थ्य देखभाल व ऐसी स्वास्थ्य व्यवस्था जिस तक गरीबों और हाशिए पर पड़े लोगों की पहुँच बने
समुदाय आधारित वर्कर कार्यक्रम और स्वास्थ्य सेवाओं की समुदाय आधारित निगरानी
स्वास्थ्य देखभाल के लिए मानव संसाधनों का विकास
मानसिक स्वास्थ्य संबंधी मुद्दे
एच आई वी और एड्स

2. महिलाओं के स्वास्थ्य अधिकार और लिंग (Gender) समानता
हिंसा और महिला स्वास्थ्य
लिंग ;ळमदकमतद्ध आधारित सेक्स चयन प्रोद्योगिकी, ARTs सहित प्रजनन व चिकित्सा प्रोद्योगिकी
प्रजनन व यौन स्वास्थ्य संबंधी अधिकार
मातृत्व स्वास्थ्य
दो बच्चों का अधिकार और जनसंख्या की नीतियां

3. दवाइयों तक पहुँच और उनका तर्कसंगत उपयोग
तर्कसंगत दवाईयां और डायग्नोस्टिक सुविधाएं
सार्वजानिक स्वास्थ्य सुविधाओं के माध्यम से मुफ्त दवाओं का प्रावधान
विश्व व्यापार संगठनए बौद्धिक संपदा अधिकार और फार्मास्यूटिकल्स नीति
औषध अनुसंधान के रुझान

4. निजीकरण और पब्लिक.प्राइवेट साझेदारियां (पार्टनरशिप)
स्वास्थ्य सेवाओं का निजीकरण व स्वास्थ्य देखभाल का व्यवसायीकरण
स्वास्थ्य सेवाओं के व्यवसायीकरण को बढ़ावा देकर वैश्विक स्वास्थ्य कवरेज प्रदान करने के लिए बनाई गई सरकार द्वारा पोषित स्वास्थ्य बीमा योजनाएं

5. स्वास्थ्य क्षेत्र का विनियमन
चिकित्सकीय प्रतिष्ठान अधिनियम ( Clinical Establishment Acts)
मेडिकल प्रोफेशनल रिफॉर्म और मेडिकल प्रैक्टिस का विनियमन

6. स्वास्थ्य के सामाजिक निर्धारक
बाल स्वास्थ्य और कुपोषण
खाद्य सुरक्षा और भुखमरी से होने वाली मौतों की छानबीन
संघर्ष की स्थितियों में स्वास्थ्य देखभाल
स्वदेशी चिकित्सा और लोक चिकित्सा परम्पराएं
पीने का पानीए स्वच्छताए वातावरण एवं स्वास्थ्य
विस्थापितए आदिवासी एवं अन्य हाशिए पर धकेले गए लोगों के लिए स्वास्थ्य
बेहतर स्वास्थ्य के लिए तम्बाकू नियंत्रण व मद्य निषेध

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