धरती का औसत तापमान 15 डिग्री सेल्सियस है। वायुमंडल इसे बरकरार रखने में मदद करता है। इसकी भूमिका ग्रीन हाउस में शीशे या प्लास्टिक जैसी होती है। अगर वायुमंडल की परत नहीं होती तो धरती एक जमा हुआ ग्रह होती और शायद यहां जिंदगी कभी नहीं पनपती। लेकिन धरती के ग्रीन हाउस का ज्यादा गर्म होना भी अच्छा नहीं है। पिछले कई दशकों से कुछ ऐसा ही हो रहा है। धरती का औसत तापमान बढ़ रहा है और
इससे मौसम का मिजाज बदल रहा है। इसे ही आप ग्लोबल वार्मिंग या वैश्विक तापन के नाम से जानते हैं।
इससे मौसम का मिजाज बदल रहा है। इसे ही आप ग्लोबल वार्मिंग या वैश्विक तापन के नाम से जानते हैं।
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