Saturday, 1 October 2022

पर्चा 3

  *स्वास्थ्य सेवाएं ग्रामीण हरियाणा*


हरियाणा में ग्रामीण स्वास्थ्य सेवाओं की स्थिति सरकार के मानकों के अनुसार बहुत दयनीय है। भारत की । 5000 की आबादी पर एक उप स्वास्थ्य केंद्र होना चाहिए। 30,000 की आबादी के लिए एक प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (पीएचसी) की आवश्यकता है ।

यह अनुशंसा की जाती है कि एक सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) होना चाहिए (80000 पहाड़ों के लिए और 1,20000 मैदानों के लिए )

   भारत सरकार के मानदंडों के अनुसार, हरियाणा में प्रत्येक उप स्वास्थ्य केंद्र ,पीएचसी और सीएचसी के लिए निम्नलिखित स्टाफ की आवश्यकताओं की सिफारिश की जाती है।


ग्रामीण स्वास्थ्य सेवाओं के आवश्यक कर्मचारी इस प्रकार से होने चाहिएं।

उप स्वास्थ्य केंद्र:-

---1 महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ता

--- 1 पुरुष स्वास्थ्य कार्यकर्ता

      ( एमपीएचडब्ल्यू )

--- 1 स्वयंसेवी कार्यकर्ता FHW की मदद करने के लिए

*पीएचसी के लिए आवश्यक स्टाफ :-*

टाइप ए

-- 1. चिकित्सा अधिकारी..1 अनिवार्य 2. चिकित्सा अधिकारी आयुष..1 वांछनीय।

3. डाटा ऑपरेटर..1

4. फार्मासिस्ट ..1 फार्मासिस्ट आयुष..1 वांछनीय

5. नर्स-मिड वाइफ (स्टाफ नर्स) ..3 +1 वांछनीय

6. स्वास्थ्य कार्यकर्ता महिला..1*

7. स्वास्थ्य सहायक पुरुष..1

8. स्वास्थ्य सहायक महिला..1

9. स्वास्थ्य शिक्षक ..1 वांछनीय

10. लैब तकनीशियन..1

11.कोल्ड चेन असिस्टेंट..1 वांछनीय 12. मुक्ति कुशल समूह डी कार्यकर्ता..2 13. स्वच्छता कार्यकर्ता..1

कुल स्टाफ--

.. आवश्यक..13 वांछनीय..18


टाइप बी--


1. चिकित्सा अधिकारी..1 अनिवार्य वांछनीय ..1

2. चिकित्सा अधिकारी आयुष..1 वांछनीय।

3. डाटा ऑपरेटर..1

4. फार्मासिस्ट ..1 फार्मासिस्ट आयुष..1 वांछनीय

5. नर्स-मिड वाइफ (स्टाफ नर्स.)..4 +1 वांछनीय

6. स्वास्थ्य कार्यकर्ता महिला..1*

7. स्वास्थ्य सहायक पुरुष..1

8. स्वास्थ्य सहायक महिला..1

9. स्वास्थ्य शिक्षक ..1 वांछनीय

10. लैब तकनीशियन..1

11.कोल्ड चेन असिस्टेंट..1

वांछनीय

12. मुक्ति कुशल समूह डी कार्यकर्ता..2 वांछनीय..2

13. स्वच्छता कार्यकर्ता..1 वांछनीय..1

कुल स्टाफ

.. आवश्यक..14

वांछनीय..21


*सीएचसी के लिए आवश्यक कर्मचारी:-*

1. प्रखंड चिकित्सा अधिकारी/चिकित्सा अधीक्षक..1

2. जन स्वास्थ्य विशेषज्ञ..1

3. सार्वजनिक स्वास्थ्य नर्स (PHN)..1 वांछनीय..+1

4. जनरल सर्जन ..1

5. फिजिशियन..1

6. प्रसूति एवं स्त्री रोग विशेषज्ञ..1

7. बाल रोग विशेषज्ञ ..1

8. एनेस्थेटिस्ट..1

9. डेंटल सर्जन.. 1

10. सामान्य ड्यूटी चिकित्सा अधिकारी..2

11.चिकित्सा अधिकारी आयुष ..1

12. स्टाफ नर्स..10

13. फार्मासिस्ट..1 वांछनीय..1 14.फार्मासिस्ट आयुष..1

15. लैब तकनीशियन..2

16. रेडियोग्राफर..1

17.आहार विशेषज्ञ ..1 वांछनीय

18. नेत्र सहायक..1

19.दंत सहायक..1

20. कोल्ड चेन और वैक्सीन लॉजिस्टिक असिस्टेंट..1

21. ओटी तकनीशियन..1

22. बहु पुनर्वास/समुदाय आधारित पुनर्वास कार्यकर्ता..1 वांछनीय ..+1

23. काउंसलर..1

24. पंजीकरण लिपिक..2

25. सांख्यिकीय सहायक /डाटा एंट्री ऑपरेटर ..2

26. खाता सहायक..1

27. प्रशासनिक सहायक..1

28. ड्रेसर/ रेड क्रॉस द्वारा प्रमाणित..1 29. वार्ड बॉय/नर्सिंग अर्दली..5

30. ड्राइवर* ..*1 आउट सोर्स किया जा सकता है। वांछनीय..3

टोटल

..आवश्यक..46

वांछनीय..52

वर्तमान ढांचे की जर्जर हालत :-

वर्तमान में हरियाणा ग्रामीण स्वास्थ्य सेवाओं का ढांचा मार्च जून 2020 के अनुसार  जितना होना चाहिए उतना नहीं है और जितना है उसमें भी स्पेशलिस्ट डाकटरों , मेडिकल अफसरों , नर्सों , रेडियोग्राफरों, फार्मासिस्टों तथा लैब तकनीशियों की भारी कमी है। आज  2667 उप स्वास्थ्य केंद्र हैं ,532 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र हैं और 119 सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र हैं।

आज की जन संख्या की जरूरतों के हिसाब से हमारे पास 972 उप स्वास्थ्य केंद्रों की कमी है, 74 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों की कमी है और 32 सामुदायिक केंद्रों की कमी है।

    इसी प्रकार से स्टाफ के बारे में देखें तो वर्तमान ग्रामीण प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में 491 मेडिकल अफसर हैं जबकि होने 1064 मेडिकल अफसर चाहियें ।

     एक ग्रामीण सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में 6 विशेषज्ञ (एक सर्जन, एक स्त्री रोग विशेषज्ञ, एक फिजिशियन, एक शिशु रोग विशेषज्ञ, एक हड्डी रोग विशेषज्ञ और एक बेहोशी देने वाला विशेषज्ञ ) होने चाहिए। इसके हिसाब से आज वर्तमान सामुदायिक केंद्रों में 714 स्पेशलिस्ट होने चाहिए जबकि आज के दिन 27 स्पेशलिस्ट ही मौजूद हैं ।

     पीएचसी और सीएचसी में नर्सिंग स्टाफ:

इसी तरह पीएचसी और सीएचसी में नर्सिंग स्टाफ की हालत ज्यादा बेहतर नहीं है। हरियाणा की 1.65 करोड़ (2011 सेंसेस) ग्रामीण जनसंख्या  के अनुसार पीएचसी और सीएचसी में स्टाफ नर्सों की संख्या 2333 होनी चाहिए। जबकि मार्च/जून 2020 के उपलब्ध आंकड़ों अनुसार स्टाफ नर्सों की वर्तमान/वास्तविक स्थिति 2193 है। *यानी 140 नर्सों की कमी है।*


   रेडियोग्राफर आज के दिन सीएचसी में एक रेडियोग्राफर की पोस्ट है। आज इनकी संख्या 38 हैं जबकि जरूरत 119 की है। 81 रेडियोग्राफर्स की कमी है।       

                  इसी प्रकार आज के दिन पीएचसी में एक और सीएचसी दो फार्मासिस्ट्स की पोस्ट हैं । आज जरूरत है 770 फार्मासिस्ट्स कि जबकि मौजूद हैं 405 फार्मासिस्ट। आज की जरूरत के हिसाब से 365 फार्मासिस्ट्स की कमी है।

   यदि लैब टेक्नीशियन का जायजा लें तो 770 लैब तकनीशियन की जरूरत है जबकि वर्तमान में 400 फार्मासिस्ट ही हैं। 370 फार्मासिस्ट आज कम हैं ।


हरियाणा ग्रामीण स्वास्थ्य सेवाओं के इन हालातों को देखते हुए, जन स्वास्थ्य अभियान हरियाणा के सुझाव और मांग इस प्रकार हैं :

1. हरियाणा के नागरिकों को गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य देखभाल सुविधाएं प्रदान करने के लिए और कोविड की पहली लहर के दौर की कमजोरियों के चलते दूसरी लहर के गम्भीर परिणामों के समाधान के लिए और कोविड महामारी की संभावित तीसरी लहर का सामना करने के लिए स्वास्थ्य सेवाओं के सरकारी  बुनियादी ढांचे को तुरंत मजबूत किया जाना चाहिए ।

2. स्वास्थ्य सेवाओं के बुनियादी ढांचे को मजबूत करने के लिए तत्काल अधिक धनराशि आवंटित करें।

3. सभी, कोविड और गैर-कोविड रोगियों के लिए व्यापक, सुलभ, गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाओं की गारंटी करे सरकार। 4. इसके साथ ही कोविड 19 मानदंड और पोस्ट कोविड 19 स्थितियों का सामना करने के लिए स्वास्थ्य कार्यबल का ऑनलाइन या अन्यथा उचित और तत्काल प्रशिक्षण होना चाहिए।

5.  सरकार को स्वास्थ्य के सामाजिक निर्धारकों पर काम करना चाहिए जिसमें शामिल हैं :

ए) सार्वजनिक वितरण प्रणाली के सार्वभौमिकरण और विस्तार द्वारा खाद्य सुरक्षा को बढ़ावा देना।

बी) सभी के लिए सुरक्षित पेयजल की व्यवस्था करना।

सी) शैचालय और स्वच्छता सुविधाएं सभी के लिए

डी) सभी को पूर्ण रोजगार

ई) सभी के लिए शिक्षा

एफ) सभ्य और पर्याप्त आवास का प्रबंध करे सरकार।

छ) स्वास्थ्य के लिंग आयामों को भी पर्याप्त रूप से संबोधित किया जाना चाहिए।

6. सभी महिलाओं को उनकी सभी स्वास्थ्य जरूरतों के लिए व्यापक, सुलभ, गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाओं की गारंटी दें जिसमें मातृ देखभाल शामिल है लेकिन यहीं तक सीमित नहीं है।

7. नवीनतम जनसंख्या आवश्यकताओं के अनुसार सार्वजनिक स्वास्थ्य प्रणाली में स्वास्थ्य कर्मियों की पूरी श्रृंखला के लिए और अधिक पद सृजित करें।

8. स्वास्थ्य विभाग के सभी संविदा कर्मचारियों को नियमित करना और आशा एएनएम और सार्वजनिक स्वास्थ्य प्रणाली के सभी स्तरों के कर्मचारियों को पर्याप्त कौशल, वेतन और काम करने की अच्छी स्थिति प्रदान करना।

     स्वास्थ्य देखभाल सेवाओं तक पहुंच में अत्यधिक असमानता और लोगों की रहने की खराब स्थिति भारत और हरियाणा में भी स्वास्थ्य की खराब स्थितियों के लिए जिम्मेदार है। इसी कारण  जो लोग भुगतान कर सकते हैं वे विश्व स्तरीय उपचार सुविधाएं प्राप्त करने में सक्षम हैं। दूसरी तरफ राज्य में अधिकांश लोगों के लिए परिवार में बस एक बड़ी बीमारी परिवार ही अत्यधिक गरीबी और अभाव में डुबो देती है। कोरोना महामारी के कोविड मामलों के प्रबंधन में इस अमीर गरीब का अंतर और भी दिखाई देता  है जब अस्पताल में भर्ती होने की आवश्यकता होती है।

     सरकार को इन असमानताओं के समाधान के लिए भी उपाय देखना चाहिए।

     जन स्वास्थ्य अभियान हरियाणा का यह ईमानदार प्रयास है कि लोगों को इन मुद्दों के बारे में जागरूक किया जाए ताकि लोग स्वास्थ्य को अभियान का एजेंडा बनाएं और इसके लिए सामूहिक रूप से संघर्ष करें और हरियाणा सरकार पर दबाव बनाएं ताकि सरकार तत्काल उपचारात्मक उपाय करने को तैयार हो।


  इस महामारी के दौर में जनता के स्वास्थ्य का संकट और इन सेवाओं में कार्यरत डॉक्टरों , नर्सों , पैरामेडिकल्स की कमी के चलते लोगों के इलाज की अपेक्षाओं पर खरा न उतर पाने की सीमाएं समझ आ सकती हैं ।

जन स्वास्थ्य अभियान हरियाणा का यह ईमानदार प्रयास है कि लोगों को इन मुद्दों के बारे में जागरूक किया जाए ताकि लोग स्वास्थ्य को संघर्ष का एजेंडा बना सकें।

प्रोफेसर सतनाम सिंह संयोजक

+91 94662 90728

सुरेश कुमार सह संयोजक

+91 94162 32339

श्रीमती सविता जेएमएस

+91 94169 74185

श्रीमती सुरेखा सीटू

+91 97283 51260

श्री वीरेंद्र मलिक सीटू

+91 94163 51090 प्रमोद गौरी HGVS +91 98120 44915 डॉ. आर.एस.दहिया HGVS


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