Tuesday, 11 June 2024
NEET
(जे एस ए) जन स्वास्थ्य अभियान हरियाणा ने एन.ई.ई.टी परीक्षा में हुए घोटाले एवं कुप्रबंधन की उच्च स्तरीय निष्पक्ष जांच की मांग की है।
हमने यह कहा है कि 4 जून को NEET-UG परीक्षा परिणाम घोषित होने के बाद अनेकों शिकायतें सामने आ रही हैं, जो एन.टी.ए. द्वारा संचालित परीक्षाओं की पारदर्शिता पर गंभीर सवाल उठाती हैं।
गौरतलब है कि एन.टी.ए. का गठन किए जाने के बाद से महत्वपूर्ण परीक्षाओं में निरंतर गंभीर भ्रष्टाचार एवं कुप्रबंधन की श्रृंखला सामने आई है जिससे यह साबित होता है कि एक केंद्रीकृत संस्था एन.टी.ए. नीट जैसी प्रवेश परीक्षा आयोजित करवाने में अक्षम और अयोग्य है।
हमारा मानना है कि एमबीबीएस-बीडीएस स्नातक स्तरीय प्रवेश परीक्षा में कुल अंक 720 होते हैं। प्रत्येक सही उत्तर के लिए 4 अंक दिए जाते हैं, जबकि प्रत्येक गलत उत्तर के लिए कुल अंकों में से 1 अंक काटा जाता है, जबकि अनुत्तरित प्रश्नों छोड़ दिया जाता है। अंक प्रदान करने की एक ऐसी व्यवस्था में 719 और 718 अंक प्राप्त करना किसी भी रूप में संभव नहीं है। लेकिन परिणामों में ऐसे मामले कई देखे गए हैं। एन.टी.ए. ने एक बयान में गैरजिम्मेदाराना रूप से कहा है कि इस साल के रिजल्ट में ग्रेस मार्किंग भी हुई है जबकि इस साल परीक्षा से पहले एन.टी.ए. द्वारा प्रकाशित दिशानिर्देशों में कहीं भी इस ग्रेस मार्किंग योजना का कोई उल्लेख नहीं किया गया है।
इसके अलावा, ऐसी शिकायतें भी मिली हैं कि एक ही केंद्र से एक ही क्रम में लगातार रोल नंबर वाले छात्रों को समान अंक मिले हैं, जो की संयोगवश 720 में से 720 अंक हैं। यह स्थिति पेपर लीक होने का स्पष्ट संकेत देती है। इसके अलावा रैंक प्राप्त उम्मीदवारों की इस गंभीर संख्या वृद्धि के कारण उम्मीदवारों को अब निजी कॉलेजों में प्रवेश लेने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है। रैंक प्राप्त विद्यार्थियों की संख्या में वृद्धि का कारण सीधे तौर पर एन.टी.ए. की नीतियाँ जैसे कि पाठ्यक्रम में उल्लेखनीय कमी किया जाना है।
हमारा मानना है कि मोदी सरकार में जिस तरह से एनएमसी और एन.टी.ए. मिलकर मेडिकल शिक्षा का निजीकरण कर रहे हैं, वह देश के भविष्य के लिए खतरनाक है। मेडिकल क्षेत्र में राज्य-आधारित संयुक्त प्रवेश परीक्षा प्रणाली को बदलने के लिए अंतहीन भ्रष्टाचार व्याप्त होने का तर्क दिया गया था, अब यही अंतहीन भ्रष्टाचार का आरोप NEET-UG को लेकर भी सामने आ रहा है।
हम इस बार की नीट-यूटी परीक्षा की तुरन्त उच्च स्तरीय निष्पक्ष जांच की मांग करती है ताकि विद्यार्थियों के साथ न्याय किया जा सके। जेएसए इसके साथ ही एन.टी.ए को खत्म करने और इसके अब तक के सभी घोटालों की तुरन्त पारदर्शी जांच करने की भी मांग करता है।
R S Dahiya
Member Haryana JSA
State Committee
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