Friday, 12 July 2019

टाइ फ़ायड बुखार

💐टाइफायड बुख़ार:----
कारण --
बैक्टीरिया --- Salmonella Typhi
 यह खाने या पानी के साथ हमारे शरीर में प्रवेश करता है । इसके उपरांत हमारी आंतों में स्थित सफेद ग्रन्थियों में बढ़ना शुरू हो जाता है । शरीर में प्रवेश करने के लगभग सप्ताह के बाद ही हमारे खून से होता हुआ शरीर के विभिन्न अंगों में पहुंच जाता है। इस स्थिति में व्यक्ति को बुखार होने शुरू होता है जो शुरू में थोड़ा होता है और पांच-सात दिन के बाद तेज बुखार होने लगता है । व्यक्ति को बुखार के साथ पेट में दर्द , कब्जी होना, दस्त होना , सोचने समझने की शक्ति में कमी आ जाना , नींद में बड़बड़ाना जैसे लक्षण होते हैं।
     समय पर इलाज न करने की स्थिति में दूसरे और तीसरे सप्ताह में मरीज की हालत ज्यादा गम्भीर होती है। उचित इलाज से सभी मरीज ठीक हो जाते हैं । इलाज न होने की स्थिति में इस बीमारी की मियाद तीन महीने है , लेकिन उस स्थिति में लगभग 20 प्रतिशत मरीज अपनी जान गंवा देते हैं ।
   **हमारे समाज में  इस बीमारी के प्रति बहुत भ्रांतियां हैं:---- 
बुखार -- बुखार महसूस होने की स्थिति में बुखार को थर्मामीटर द्वारा अवश्य देखें। हर बुखार का अनुभव बुखार नहीं है और हर बुखार टाइफायड नहीं है। यदि एक बार टाइफायड हो जाये तो तीन माह के अंदर तो एक बार हो सकता है ,उसके उपरांत तीन साल तक दोबारा टाइफ़ायड दोबारा हो ऐसा बहुत ही कम होता है।
 टाइफायड का इलाज 15 दिन तक चलता है या कम से कम सात दिन तक बुखार उतरने के बाद तक। इसमें कई बार ग्लुकोस या ग्लुकोस के रास्ते से दवाइयां भी देनी पड़ती हैं ।टाइफ़ायड में मानसिक लक्षण भी होते हैं । लेकिन हर मानसिक बीमारी टाइफ़ायड नहीं है ।
💐विडाल टैस्ट(Widal Test)-----

डॉक्टरी तौर पर मान्य नहीं है। भारत में तो किसी का भी करवा लो , यहां तक कि यदि बुखार भी नहीं है तो भी पॉजिटिव आ जायेगा।
कारण-- एक तो टैस्ट की वैज्ञानिक मान्यता पूरी नहीं है और दूसरा करने का तरीका बहुत ही कम लैबोरेटरियों में उचित है।
💐टाइ फ़ायड का निदान कैसे करें----
* बुखार होने की स्थिति में बुखार तालिका बनाएं।
* बुखार का कारण जाने बिना एंटीबायोटिक दवाई न लें।
* ब्लड कल्चर ही टाइ फ़ायड का पक्का टैस्ट है।
* यह 90 प्रतिशत से ज्यादा मरीजों में बीमारी का निदान करने में पूरी तरह से सहायक है ।
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