Monday, 2 March 2020

**** जख्म या घाव

**** जख्म या घाव
कटने से लगे घाव, खरोंच तथा छोटे घाव- उनका उपचार
प्राथमिक चिकित्सा /उपचार
*साबुन और पानी से अपने हाथ अच्छी प्रकार धोएं।
* घावों के आसपास की त्वचा को साबुन तथा उबालकर ठंडे किए हुए पानी से अच्छी तरह धोएं।
*घाव को भी उबालकर ठंडे पानी से अच्छी प्रकार धोएं।
* घाव की सफाई करते समय ध्यान रखें कि घाव से सभी गंदगी साफ हो जाए। यदि घाव के किनारों की कुछ त्वचा लटकी हुई हो तो उसे भी उठाकर साफ करें । गंदगी के टुकड़ों/कतरों को साफ करने के लिए कोई साफ छोटी चिमटी या अन्य औजार का उपयोग भी आप कर सकते हैं परंतु पहले इन औजारों को उबलते पानी में डालकर कुछ देर रखें और इन्हें कीटाणु रहित बना लें और बाहर निकालकर सामान्य तापमान तक ठंडा हो जाने पर ही इनका उपयोग करें ।
*घाव में छुटा हुआ कोई भी गंदगी का टुकड़ा (अवशेष)संक्रमण (इंफेक्शन) का कारण बन सकता है ।
*घाव साफ हो जाने के बाद उस पर एक साफ कपड़ा या कपड़े की जाली रखकर बांध दें। यह कपड़ा या जाली प्रतिदिन बदलते रहें और किसी प्रकार का संक्रमण यदि हो गया हो तो उसकी भी जांच करते रहैं ।
*घाव पर कभी भी जानवरों या मनुष्यों का मल या कीचड़ न लगाएं । इनसे खतरनाक संक्रमण हो सकते हैं । जैसे कि टिटेनस ( धनुष्ट्नकार) का रोग।
* घाव में कभी भी एल्कोहल, आयोडीन टिंचर , या मर्थपियोलेट सीधे ही नहीं लगाना चाहिए, क्योंकि ऐसा करने से मांस को नुकसान होगा और घाव का भरना और धीमा हो जाएगा। एक साफ़ रखा हुआ घाव स्वयं ही बिना किसी औषधि के भर जाता है ।
* कट जाने , खरोंच आने या इस प्रकार के अन्य घाव हो जाने पर किसी भी व्यक्ति को टिटेनस ऑक्साइड का इंजेक्शन जरूर देना चाहिए।
^^^ महत्वपूर्ण बात संक्रमण को रोकने तथा घावों को भरने में सहायता करने के लिए सफाई सबसे पहली आवश्यकता पूर्ण और महत्वपूर्ण उपाय है।

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